अयोध्या में घूमने के 12 प्रमुख स्थल/Ayodhya me ghumane ke 12 shthal

Ayodhya

अयोध्या हिंदू धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र स्थान है क्योंकि यहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था इसलिए यहां पर भगवान राम और उनसे संबंधित कई प्राचीन स्थान मौजूद है इसके अलावा अयोध्या शहर काफी चर्चा में भी रहता है अयोध्या में घूमने के 12 प्रमुख स्थानों के बारे चर्चा करेगे ।

hanumangarhi हनुमानगढ़ी

अयोध्या का सबसे प्रमुख मंदिर है इस मंदिर का अपना अलग ही धार्मिक महत्व है । यहां जाने के लिए 76 सीढ़ियों से होकर जाना होता है।

   भगवान राम के दर्शन करने से पहले यहां के दर्शन करने चाहिए यह मंदिर ऊंचाई पर है जहां से आसपास के नज़ारे  दिखाई देते हैं ।

कहते हैं कि सच्चे दिल से माँगने से यहाँ  सारी मनोकामनाये  पूरी होती है। 

Ramjanmbhumiराम जन्मभूमि ….

राम जन्मभूमि अयोध्या रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर दूर सबसे पवित्र स्थान है यह वही स्थान है जहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था ।

बताया जाता है कि पहले यहां पर भव्य मंदिर था लेकिन बाद में मुगल बादशाहों ने इसे तोड़ दिया था लेकिन अब  सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है । अयोध्या आने वाली ज्यादातर श्रद्धालु यहां राम जन्मभूमि के दर्शनों के लिए ही आते हैं ।

kanak bhawanकनक भवन ….

 कनक भवन अयोध्या में घूमने का एक प्रमुख स्थान है इसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर को भगवान राम की मां विवाह के बाद माता सीता को दिया था ।

बाद में इस मंदिर का पुनर्निर्माण राजा विक्रमादित्य ने किया था ।कनक भवन अयोध्या में सबसे आकर्षक स्थलों में से एक है इस भवन की वास्तुकला सभी को आकर्षित करती है।

Ram ki pairiराम की पैड़ी…..

सरयू घाट के पास अयोध्या में राम की पैड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान  है और अयोध्या आने वाले श्रद्धालु यहां भी स्नान जरूर करते हैं ।

राम की पैड़ी,जिसके बारे में कहा जाता है यहाँ स्नान करने से सभी पापो से मुक्ति मिल जाती है ।एक पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार जब लक्ष्मण जी सभी तीर्थ के भ्रमण पर जाना चाहते थे तब प्रभु श्री राम ने इस पैड़ी का निर्माण करवाया था । इसलिए  अयोध्या में राम की पैड़ी का  बहुत ही महत्व है और अयोध्या आने वाले श्रद्धालु यहां भी स्नान जरूर करते हैं ।

Sita rasoiसीता की रसोई ……

अयोध्या में राम जन्मभूमि के उत्तर पश्चिम क्षेत्र पर स्थित है जो की एक देखने लायक जगह है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर माता-सीता खाना बनाया करती थी। इस मंदिर के एक कोने पर किचन का मॉडल बना हुआ है जिसे सीता रसोई नाम दिया हुआ है।

इसके अलावा इस मंदिर में भगवान राम लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां भी विराजित है।

Dashrath bhawanदशरथ भवन…….

अयोध्या शहर के बीचों बीच हनुमानगढ़ी  से थोड़ा पास में स्थित है दशरथ भवन, राजा दशरथ- अयोध्या के राजा और श्री राम के पिता थे इस भवन के अंदर एक मंदिर भी है जहां पर भगवान राम लक्ष्मण और माता सीता के साथ-साथ भारत और शत्रुघ्न की भी मूर्तियां रखी हुई है अयोध्या में घूमने की यह प्रमुख जगह है।

Treta ke thakurत्रेता के ठाकुर…….

त्रेता के ठाकुर इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहां पर श्री राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था अगर आप अयोध्या की यात्रा पर आ रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन भी जरूर करें।

Nageshwarnath Templeनागेश्वरनाथ मंदिर ….

राम की  पैड़ी पर स्थित यह एक  प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर के बारे में कथा है कि भगवान राम के पुत्र कुस के द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया था ।

एक नागकन्या से प्रेम होने के कारण उन्होंने उसे नागकन्या के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया था इसलिए यह मंदिर नागेश्वरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है ।

Mani Parvatमणि पर्वत …..

रामायण में यह बात उल्लेखित है कि जब लक्ष्मण जी मूर्छित थे तो हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए आए थे और उस समय पर्वत का कुछ हिस्सा यहां पर भी गिर गया था और इसी को ही मणि पर्वत के नाम से जाना जाता है लोग यहां पर दर्शनों के लिए आते हैं और यहां से अयोध्या के बहुत ही सुंदर नजारे भी दिखाई देते हैं।

Tulsi udyaanतुलसी उद्यान……

तुलसी उद्यान गोस्वामी तुलसीदास जी की स्मृति में स्थापित किया गया है। यह एक बहुत ही सुंदर बगीचा है  जिसमें तुलसीदास जी की प्रतिमा भी लगी हुई है।

तुलसी दास ने राम चरितमानस की स्थापना की थी। इसीलिए यह पार्क उनकी याद में बनाया गया है।

मोती महल —–

मोती महल अयोध्या का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक भवन है । इसको पर्ल पैलेश के रूप में भी जाना जाता है ।

इसकी स्वछंद और मनमोहक बनावट  स्वदेशी पर्यटकों के साथ -साथ विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करती है । इस ईमारत में मुगलों की नबाबी संस्कृति की झलक मिलती है ।

गुलाब बाड़ी  —

गुलाब बाड़ी मूलतः गुलाबो का हरा -भरा एक अतंत ही मनमोहक बगीचा है । जिसे अवध के तीसरे नवाब शुजा-उद-दौला की कब्र के रूप में जाना जाता है

जिसने 1753 से 1775 तक शासन किया था । यह एक इश्लामी वास्तुकला से निर्मित भव्य मकबरा है । जो देश विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है ।

आने का Best टाइम-

यहाँ आने का सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से दिसम्बर का होता है । क्योकि इसी समय लगभग दीवाली और दशहरा का त्यौहार होता है और मौसम भी बहुत सुहाना होता है ,जिसकी वजह से पूरा शहर और सरयू घाट, दीपो और रंग बिरंग सजावटो से जगमगा उठता है । 

how to reach      पहुचे कैसे

अयोध्या रेलवे स्टेशन भारत के अन्य राज्यों से well connected है । सड़क मार्ग से भी अयोध्या की connectivity काफी अच्छी है । अयोध्या शहर हवाई मार्ग से भी recently अच्छी तरह से कनेक्ट कर दिया गया है । यहाँ पर महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम  शहर से लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित है । भारत के लगभग हर बड़े शहरो से यहाँ आने के लिए फ्लाइट उपलब्ध है ।

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