100 saal jina hai to apnaye ye upay /100 साल जीना है तो अपनाए ये उपाय

100 saal

    अतीत में जिन रोगों से असमय मृत्यु हो जाती थी ,उनमे से अधिकांश की रोकथाम आज के आधुनिक युग में हो चुकी है । टीबी,पोलियो,मलेरिया ,कालरा टाइफाइड और अन्य महामारियो को स्वच्छता और आधुनिक चिकित्सा ने समाप्त या कम कर दिया है ।
              आज असमय मृत्यु के प्रमुख कारण है हृदय रोग, कैंसर , डाइबिटिस और दुर्घटनाये ।
वैसे आप किसी अप्रत्यासित घटना ,जैसे अचानक होने वाली दुर्घटना का अनुमान नहीं लगा सकते और उससे अपनी रक्षा नहीं कर सकते ,लेकिन अन्य रोगों से अपना बचाव आप आत्म-अनुशासन का अभ्यास करके कुछ हद तक तो नियंत्रित कर ही सकते है,और आप भी 100 years तक जी सकते है ।

A :स्वास्थ्य सम्बन्धी छ: प्रमुख आदते

नियमित भोजन करे –

उपवासकरने, भूखे रहने या पेटूपन से बचे ।सामान्य पोशाक आहार ग्रहण करे ।हर दिन पाच से छ: बार खाना सर्व श्रेष्ट होता है । आखिरी आहार के थीं से चार घंटे के बाद ही सोना चाहिए ।

हल्का खाए –

बहुत ज्यादा खाने से थकन और आलस आता है,जबकि हल्का खाने से आप स्वस्थ और चुस्त महसूस करते है ।

दो भोजनों के बीच मुह न चलाते रहे –

खाने के बाद आपका पेट पुरे आहार को पीसता और पचाता है ,ताकि यह आपकी छोटी आंत में आसानी से पहुच सके,जहा पोषक तत्त्वों का अवशोषण होता है ।इस प्रक्रिया में 4-5 घंटे का समय लगता है ।अगर आप पहले से खाए भोजन के कुछ समय बाद ही दुबारा कुछ खा लेते है ,तो पाचन क्रिया दुबारा शुरू हो जाती है ।अब आपका पहला आहार एक अवस्था में होगा ,जबकि दूसरा आहार दूसरी अवस्था में होगा । इस असंतुलन से पेट की problems, acidity,आलस और कब्ज भी होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।

नियमित व्यायाम करे –

हर दिन लगभग तीस मिनट् या प्रति सप्ताह दो सौ मिनट व्यायाम करना आवश्यक है।आप पैदल चलकर ,दौड़ कर ,तैरकर या व्यायाम उपकरणों का उपयोग करके व्यायाम कर सकते है ।बस यह सुनिश्चित जरूर करे कि हर दिन आपके शरीर का प्रतेक जोड़ अच्छी तरह हिल जाये ।

कार का सीट बेल्ट लगाये –

यातायात की दुर्घटनाये पैतीस साल की उम्र तक असामयिक मृत्यु का सबसे आम कारण होता है । 

धुम्रपान न करे –

धुम्रपान का सम्बन्ध बत्तीस अलग –अलग रोगों से जोड़ा गया है,जिनमे फेफड़ो का कैंसर ,आंतो का कैंसर गले का कैंसर पेट का कैंसर , हृदय रोग आदि शामिल है ।
निष्कर्ष –दीर्घायु के इन घटकों में आत्म-अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है ।इन सभी घटकों में आपका चयन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।आप इन कामो को करने या न करने का चयन स्वयं कर सकते है । ये पूरी तरह आपके नियंत्रण में है ।

B: स्वस्थ रहने के 5 उपाय

अधिकांश लोग आज जितना लम्बा और अच्छा जीवन जी रहे है,उतना मानव इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ ।आपका लक्ष्य इन लोगो में से एक बनना होना चिहिए और ये तभी संभव है जब आप इन पांच सूत्रों को अपनाकर उत्कृष्ट स्वास्थ्य को maintain करके जीवन जिए ।

सही वजन –

सही वजन पर पहुचने और उसे जीवन भर बनाये रखने के लिए आपको अनुशासन और इच्छाशक्ति के नियमित इस्तेमाल की जरूरत होती है,लेकिन इसके पुरस्कार भी बहुत बड़े मिलते है । इससे आप अच्छे दिखाते है,और अच्छा महसूस करते है और आम तौर पर ज्यादा सकारात्मक तथा अपने जीवन के ज नियंत्रण में होते है ।

सही आहार –

जैसा बेंजामिन fraklin ने कहा है ,”खाने के लिए मत जियो ,जीने के लिए खाओ” 120 देशो के ओलंपिक खिलाड़ियों के एक अध्ययन में यह पाया गया कि उनके आहार में तीन बाते समान थी।
a।कम या मांस रहित स्रोत वाले प्रोटीन
b।बहुत से फल और सब्जिया और
c। बहुत ज्यादा पानी,हर दिन लगभग आठ गिलास ।
यह “ओलंपिक आहार” लेने पर आप दिन भर अधिक चुस्त-दुरुस्त और जागरूक महसूस करेगे।

सही व्यायाम-

एरोबिक व्यायाम दीर्घायु के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यायाम है।इसके लिए आपको हर सप्ताह कम से कम तीन बार 30-60 मिनट के लिए अपनी ह्रदय गति को बढ़ाना होता है ।वैसे आप तेज चलकर ,दौड़कर ,साइकल चलाकर,तैरकर या स्किपिंग करके भी यह काम किया जा सकता है ।
विशेषज्ञों का मानना है कि “व्यायाम का प्रभाव” अच्छी कसरत के लगभग पच्चीस मिनट के बाद शुरू होता है ।तब आपका मस्तिष्क endarfins नामक हारमोंस ।प्रभावित करता है जिससे उल्लास भाव “धावको का नशा” शुरू होता है।
जो लोग नियमित अच्छी कसरत करने की आदत डाल लेते है,उनके लिए इसे करना धीरे –धीरे आसान हो जाता है।

पर्याप्त आराम-

60 प्रतिशत से भी ज्यादा व्यस्क पर्याप्त नींद नहीं ले पाते है । वे “नींद की कमी” से पीड़ित होते है ।जो लोग रात को देर से विस्तर पर जाते है ,उन्हें ठीक से नींद नहीं आती है,और अगर वे सुबह थोडा जल्दी उठ जाते है, तो वे अपना पूरा दिन एक प्रकार के कोहरे में गुजार देते है ।
पर्याप्त नींद न हो पाने की वजह से से ऑफिस में उनका प्रदर्शन ख़राब रहता है,उनसे ज्यादा गलतियाँ होती है,औद्योगिक दुर्घटनाये होती है ,कार दुर्घटनाये होती है,क्रोध के विस्फोट होते है,और कई अन्य मुश्किलें भी पेश आती है ।
यदि आप सामान्य जीवन जी रहे है तो आपको हर रात लगभग 7-8 घंटे की नींद की शक्त जरुरत होती है
हर रात आठ घंटे की नींद के अलावा आपमें काम से अवकाश लेने की नियमित आदत भी होनी चाहिए-वीकेंड पर भी और वैकेंशंस पर भी। जब आप काम से छुट्टी लेते है तो आपकी मानसिक और भावनात्मक बैटरी रिचार्ज हो जाती है । जिससे आप पूरी तरह तरोताजा और सर्वश्रेस्ट प्रदर्शन के लिए तैयार हो जाते है ।

सही दृष्टिकोण रखे –

यह शायद सबसे महत्वपूर्ण सूत्र है । “आशावाद” स्वास्थ्य ,ख़ुशी और दीर्घ जीवन का सबसे बड़ा सूचक है ।जब आप अपने जीवन के प्रति ज्यादा आशावादी बनते है,तो आपका स्वास्थ्य भी हर क्षेत्र से बेहतर हो जाता है ।
सकारात्मक और आशावादी लोगो का प्रतिरोधक तंत्र खासतौर पर ज्यादा मजबूत होता है। फलस्वरूप वे शायद ही कभी बीमार पड़ते है। कड़ी मेहनत और थकान से वे जल्दी ही उबर आते है। आशावाद ऐसे बहुत से रोगों के खिलाफ “रक्षा कवच” का काम करता है, जिनसे आम आदमी बीमार हो ज्यादा है ।
निष्कर्ष – अंत में, हमें अपने सोशल और एमोशनल बॉन्ड्स को मजबूत रखने के लिए विशेषकर अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना चाहिए। इन पाँच उपायों को अपनाकर हम स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन जी सकते हैं। इस प्रकार, स्वस्थ रहना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि सेहत ही सच्चा धन है जिसे हमें सावधानी से रखना चाहिए।

इन्हें भी पढ़े –स्वस्थ हार्ट  के लिए 10 प्रमुख योगासन 

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