Sha Carry Richardson Ka Sangharsh/शा कैरी रिचर्डसन का संघर्ष

  1. शा’कैरी रिचर्डसन का प्रारंभिक जीवन और पालन-पोषण:

Sha Carry Richardson(शा’कैरी रिचर्डसन) का जन्म 25 मार्च 2000 को टेक्सस राज्य के डलास में हुआ था। उनका बचपन असाधारण चुनौतियों से भरा हुआ था। जब वह कुछ महीनों की थीं, तो उनकी मां ने उन्हें उनकी दादी के हवाले कर दिया। उनकी दादी ने उनके पालन-पोषण की पूरी जिम्मेदारी उठाई और उनकी चाची ने भी इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी चाची खुद एक एथलीट थीं, जिनके मेडल्स और ट्रॉफियां घर में सजावट के रूप में रखी थीं। इन मेडल्स ने छोटी शा’कैरी के मन में एक प्रेरणा का बीज बो दिया, जो बाद में उनके जीवन की दिशा तय करेगा।

शा’कैरी ने बचपन से ही कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उनके साथ रह रही उनकी दादी और चाची ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान किया। एक मां और पिता के अभाव के बावजूद, शा’कैरी ने कभी खुद को अकेला महसूस नहीं होने दिया। उनकी दादी और चाची ने उन्हें सिखाया कि कैसे आत्मनिर्भर बनना है और जीवन में आने वाली कठिनाइयों से निपटना है। उन्होंने अपनी चाची को ‘मॉम’ और दादी को ‘बिग मॉम’ कहकर बुलाया, और दोनों ने उनके जीवन में माँ की भूमिका निभाई। उनके पास एक मजबूत समर्थन प्रणाली थी, जिसने उन्हें अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित किया।

शा’कैरी की शुरुआती जीवन की परिस्थितियाँ बेहद जटिल और कठिन थीं, फिर भी उनका बचपन एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि कैसे एक मजबूत पारिवारिक समर्थन किसी भी चुनौती को पार करने में सहायक हो सकता है। उनकी परवरिश ने उन्हें आत्मविश्वास और संघर्ष के साथ दुनिया का सामना करने के लिए तैयार किया।

  1. प्रारंभिक एथलेटिक करियर और स्कूली सफलता:

शा’कैरी रिचर्डसन ने अपने एथलेटिक करियर की शुरुआत मात्र 9 साल की उम्र में की। दौड़ने की उनकी इच्छा और जिद्दी स्वभाव ने उन्हें खेल की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सामान्यत: तेज धावकों के लिए लंबा कद होना जरूरी माना जाता है, लेकिन शा’कैरी का कद सिर्फ 5 फीट 2 इंच था। इसके बावजूद उनकी गति में कोई कमी नहीं थी। उनका कद छोटा था, परंतु उनकी गति और धैर्य ने उन्हें दूसरों से अलग बनाया।

शा’कैरी अपने स्कूली दिनों से ही दौड़ने में निपुण थीं। उनके स्कूल में शायद ही कोई ऐसा दौड़ मुकाबला था जिसमें उन्होंने जीत न हासिल की हो। वह न केवल लड़कियों को, बल्कि लड़कों को भी मात देने में सक्षम थीं। उनके धैर्य और मेहनत ने उन्हें 16 साल की उम्र में 100 मीटर दौड़ में एएयू जूनियर चैंपियन बना दिया। एएयू जूनियर चैंपियनशिप को बच्चों का ओलंपिक माना जाता है, जिसमें दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ जूनियर एथलीट हिस्सा लेते हैं।

शा’कैरी के एथलेटिक करियर का यह प्रारंभिक चरण उनके खेल जीवन की नींव रखता है। केवल 17 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते, वह चार बार डिस्ट्रिक्ट और रीजनल चैंपियन बन चुकी थीं। 2017 में हुई अमेरिकन पेन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 400 मीटर रिले दौड़ में गोल्ड मेडल जीता। यह सब उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम था।

  1. विश्वस्तरीय करियर की शुरुआत और रिकॉर्ड:

वर्ष 2018 में, शा’कैरी ने लुइसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए एक दौड़ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उन्होंने 100 मीटर की दौड़ को मात्र 11.1 सेकंड में पूरा कर दिया, और इस दौड़ में भाग लेने वाला कोई भी अन्य खिलाड़ी उनके आस-पास भी नहीं था। शा’कैरी ने एक के बाद एक कई रिकॉर्ड तोड़े और वर्ष 2019 में एनसीएए डिवीजन वन आउटडोर चैंपियनशिप में 100 मीटर की दौड़ को 10.75 सेकंड्स में पूरा कर दिया।

उनकी इस अविश्वसनीय गति के कारण, मात्र 19 वर्ष की आयु में उनका नाम इतिहास की 10 सबसे तेज दौड़ने वाली महिलाओं की सूची में दर्ज हो गया। यह उपलब्धि उन्हें बहुत कम उम्र में ही विश्व एथलेटिक्स में पहचान दिलाने में कामयाब रही। उनकी सफलता ने उन्हें ना केवल अमेरिका में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मशहूर कर दिया।

शा’कैरी की यह सफलता इतनी तेज़ी से आई कि उन्होंने खुद को शीर्ष एथलीटों में खड़ा पाया। एक ओर वह अपनी रफ्तार और खेल क्षमता के लिए जानी जाने लगीं, तो दूसरी ओर उनका अद्भुत मेकअप, रंगीन बाल, और स्टाइलिश नाखून भी उन्हें एक अनोखी पहचान दिला रहे थे। उनकी सफलता ने उन्हें एथलेटिक्स की दुनिया में एक प्रसिद्ध चेहरा बना दिया।

  1. नशे की लत और करियर में गिरावट:

शा’कैरी रिचर्डसन की तेजी से मिली सफलता के साथ-साथ व्यक्तिगत जीवन में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लगातार मिलने वाली उपलब्धियों और शोहरत के चलते वह अपने दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने लगीं और इस दौरान वह कुछ बुरी आदतों का शिकार हो गईं। माना जाता है कि उन्होंने गांजे का सेवन शुरू कर दिया था। उनकी यह लत उनके करियर के लिए घातक साबित हुई।

2020 में जब टोक्यो ओलंपिक की तैयारी चल रही थी, शा’कैरी ने 100 मीटर की दौड़ को 10.8 सेकंड्स में पूरा कर लिया और ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया। लेकिन 2021 में ओलंपिक खेलों के दौरान हुए एंटी-डोपिंग टेस्ट में यह पाया गया कि उन्होंने गांजे का सेवन किया था। इस वजह से उन्हें ओलंपिक खेलों से बाहर कर दिया गया और उन पर एक साल का प्रतिबंध भी लगा दिया गया।

शा’कैरी ने इस आरोप को स्वीकार किया और बताया कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, क्योंकि हाल ही में उनकी जन्म देने वाली मां का निधन हो गया था। शा’कैरी की इस लत ने उनके करियर को गंभीर संकट में डाल दिया और उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा।

  1. संघर्ष और करियर का पुनर्निर्माण:

एक साल का प्रतिबंध खत्म होने के बाद, शा’कैरी ने फिर से खेल की दुनिया में कदम रखा, लेकिन उनकी वापसी बेहद चुनौतीपूर्ण थी। 2021 के प्री क्लासिक्स के दौरान, शा’कैरी ने 100 मीटर की दौड़ को 11.14 सेकंड्स में पूरा किया, जो उनके पुराने रिकॉर्ड से काफी धीमा था। इस दौड़ में वह अंतिम स्थान पर रहीं, और उनके कोच की उम्मीदें टूट गईं।

2022 में, शा’कैरी ने एक के बाद एक कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया, लेकिन उन्हें हर बार हार का सामना करना पड़ा। यहां तक कि वह वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी क्वालीफाई नहीं कर सकीं। इस दौरान उन्होंने अपने कई दोस्तों को भी खो दिया। शा’कैरी ने महसूस किया कि अब दुनिया ने उनसे मुंह मोड़ लिया है, और उनके दोस्तों ने भी उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया।

लेकिन शा’कैरी ने हार मानने से इनकार कर दिया। उनके कोच ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वह वापसी कर सकती हैं, और इसके बाद उन्होंने एक साल तक कड़ी मेहनत की। शा’कैरी ने अपने कोच से कहा, “आई एम नॉट बैक, आई एम बेटर” (मैं वापस नहीं आई हूँ, मैं बेहतर आई हूँ)। उनका यह आत्मविश्वास उनकी वापसी की शुरुआत थी।

  1. दुबारा उभार और अंतरराष्ट्रीय वापसी:

शा’कैरी रिचर्डसन ने अपने संघर्ष के बाद शानदार वापसी की। 8 अप्रैल 2023 को मीरामार इन्विटेशनल में उन्होंने 100 मीटर की दौड़ को 10.57 सेकंड्स में पूरा करके अपने पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। उनकी इस सफलता ने उन्हें इतिहास की चौथी सबसे तेज महिला धाविका बना दिया। इस नई उपलब्धि ने उनके करियर में एक नया मोड़ ला दिया।

इसके बाद, शा’कैरी ने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और जीत हासिल की। हर कोई उनके इस अद्भुत कमबैक से हैरान था। उनकी वापसी की कहानी ने उन्हें न केवल एथलेटिक्स की दुनिया में फिर से शीर्ष पर ला खड़ा किया, बल्कि उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में भी प्रस्तुत किया।

2024 में, शा’कैरी को ओलंपिक में दोबारा हिस्सा लेने का मौका मिला। उन्होंने 100 मीटर की दौड़ में 10.87 सेकंड्स का समय लेकर सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके अलावा, 4×100 मीटर रिले रेस में अमेरिका की टीम ने गोल्ड मेडल जीता। इस प्रकार, शा’कैरी ने अपनी कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय के बल पर एक बार फिर दुनिया के सामने खुद को साबित किया।

  1. फैशन और आत्मविश्वास के प्रतीक के रूप में पहचान:

शा’कैरी रिचर्डसन केवल अपनी गति के लिए ही नहीं, बल्कि अपने अनोखे फैशन स्टाइल के लिए भी जानी जाती हैं। उनके बाल हमेशा रंग-बिरंगे होते हैं और उनके नाखून लंबे व डिजाइनर होते हैं। उनका यह अनोखा अंदाज उन्हें अन्य एथलीटों से अलग बनाता है। उन्होंने इस धारणा को गलत साबित किया कि एक महिला केवल अपने स्त्रीत्व का त्याग करके ही खेल की दुनिया में सफल हो सकती है।

शा’कैरी ने दिखाया कि कोई भी महिला अपने व्यक्तिगत स्टाइल को अपनाते हुए भी खेल के क्षेत्र में महान बन सकती है। उनका आत्मविश्वास और मजबूत व्यक्तित्व उनके खेल के साथ-साथ उनकी फैशन शैली में भी झलकता है। उनका यह आत्मविश्वास उन्हें लाखों लड़कियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनाता है।

शा’कैरी रिचर्डसन का जीवन संघर्ष, सफलता, असफलता, और फिर से उठ खड़े होने का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने दिखाया कि अगर आत्मविश्वास हो, तो कोई भी बाधा कितनी भी बड़ी क्यों न हो, उसे पार किया जा सकता है। उनकी कहानी एक प्रेरणा है कि मेहनत, संघर्ष, और समर्पण से हर असंभव को संभव बनाया जा सकता है।

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शा कैर्री रिचर्डसन का पालन पोषण उनकी दादी और चाची  ने किया था 

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