न्यूरोबिक्स कसरतें (Neurobics Excercise)मस्तिष्क के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई मानसिक कसरतें हैं, जो इसे स्वस्थ और अधिक सक्रिय बनाए रखने में मदद करती हैं। जैसे हम अपने शरीर को फिट रखने के लिए व्यायाम करते हैं, वैसे ही मस्तिष्क को भी फिट और तेज़ बनाए रखने के लिए इन कसरतों की आवश्यकता होती है। न्यूरोबिक्स कसरतें मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों को सक्रिय करती हैं और स्मरण शक्ति, ध्यान, और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार लाती हैं। ये कसरतें मस्तिष्क के दोनों हेमिस्फीयर के बीच तालमेल को बढ़ाती हैं और नई न्यूरल कनेक्शन बनाने में मदद करती हैं, जिससे आपकी संज्ञानात्मक क्षमता में वृद्धि होती है।
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Toggle1. मल्टी-कलर्ड टेक्स्ट कसरत (Multi-Colored Text Exercise)
इस अभ्यास में रंगीन टेक्स्ट का प्रयोग किया जाता है। इसके तहत, आपको विभिन्न रंगों में लिखे शब्दों को पढ़ने के बजाय, उस शब्द के रंग को बोलना होता है। उदाहरण के लिए, अगर “लाल” शब्द नीले रंग में लिखा हुआ है, तो आपको “नीला” बोलना होगा, न कि “लाल”।
लाभ: यह अभ्यास आपके मस्तिष्क के दोनों हिस्सों (हेमिस्फीयर) को एक साथ सक्रिय करता है। मस्तिष्क का बायां हिस्सा शब्दों की पहचान करता है और दायां हिस्सा रंग की। दोनों को एक साथ सक्रिय करने से न्यूरल कनेक्शन मजबूत होते हैं। यह प्रक्रिया आपके ध्यान, निर्णय लेने और मल्टी-टास्किंग क्षमताओं को बेहतर करती है।
कैसे करें: अपने कंप्यूटर या कागज़ पर मल्टी-कलर्ड टेक्स्ट बनाएं या इंटरनेट पर खोजें। 10-15 मिनट तक इस अभ्यास को करें, जिसमें आप शब्दों के रंग को बोलें।
2. शेल्टर टेबल कसरत (Shelter Table Exercise)
यह अभ्यास आपकी आँखों और मस्तिष्क के बीच तालमेल को बेहतर बनाता है। इसमें, आपको एक टेबल पर फैले हुए संख्याओं को क्रमबद्ध तरीके से पहचानना होता है। टेबल को ध्यान से देखना और तेजी से नंबरों को क्रम में रखना, मस्तिष्क की प्रोसेसिंग क्षमता को सुधारता है।
लाभ: यह अभ्यास आपकी जानकारी प्रोसेस करने की गति को तेज करता है और आपको तेजी से निर्णय लेने में मदद करता है। यह दृष्टि और मस्तिष्क के बीच के तालमेल को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
कैसे करें: एक शेल्टर टेबल (सांख्यिकीय ग्रिड) बनाएं जिसमें संख्या बेतरतीब ढंग से लिखी हों। फिर उसे देख कर उन्हें क्रमबद्ध तरीके से पहचानने का प्रयास करें। इसे प्रतिदिन 5 से 10 मिनट तक करें।
3.ब्लाइंडफोल्ड कसरत (Blindfold Excercise)
यह अभ्यास आपकी दृष्टि से हटकर मस्तिष्क की अन्य इंद्रियों को जागृत करता है। इस अभ्यास में आपको अपनी आँखों पर पट्टी बांधकर रोजमर्रा के काम करने होते हैं, जैसे कि टेबल सेट करना, लिखना, या भोजन खाना। यह आपको दृश्य जानकारी के बिना कार्य करने का अभ्यास कराता है।
लाभ: यह मस्तिष्क की अन्य इंद्रियों को अधिक सक्रिय करता है और मस्तिष्क की मल्टीटास्किंग क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा, यह स्मृति शक्ति को भी बढ़ावा देता है, क्योंकि आपको मस्तिष्क को दृश्य जानकारी के बिना यादों पर निर्भर करना पड़ता है।
कैसे करें: अपने दैनिक कार्यों में से कुछ को आँखों पर पट्टी बांधकर करें। उदाहरण के लिए, भोजन बनाते समय या टेबल सेट करते समय आंखों पर पट्टी बांधें। यह शुरुआत में चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन कुछ अभ्यास के बाद आप इसमें माहिर हो जाएंगे।
4. हैंड जेस्चर कसरत (Hand Gesture Exercise)
यह अभ्यास मस्तिष्क के दोनों हेमिस्फीयर के बीच संतुलन और तालमेल को बढ़ाता है। इसमें, एक हाथ से “ओके” साइन और दूसरे हाथ से “विक्ट्री” साइन बनाना होता है। यह अभ्यास बारी-बारी से दोहराया जाता है, जिससे मस्तिष्क को एक ही समय में अलग-अलग कार्य करने की चुनौती मिलती है।
लाभ: इस अभ्यास से आपके मस्तिष्क के दोनों हिस्सों में बेहतर समन्वय होता है। यह आपकी मल्टीटास्किंग क्षमताओं को बढ़ाता है और मस्तिष्क को अधिक सक्रिय रखता है।
कैसे करें: एक हाथ से “ओके” साइन और दूसरे हाथ से “विक्ट्री” साइन बनाएं। फिर इनको बदलकर बारी-बारी से दोहराएं। शुरुआत में इसे धीरे-धीरे करें और फिर गति बढ़ाएं। रोज़ 5-10 मिनट तक इसका अभ्यास करें।
5. गंध और स्वाद के साथ इमेजिनेशन कसरत (Imagination with Smell and Taste Exercise)
यह अभ्यास आपकी कल्पनाशक्ति और इंद्रियों को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें, आप अपनी पांचों इंद्रियों का प्रयोग करके किसी वस्तु की कल्पना करते हैं। जैसे, आप किसी खास भोजन की गंध, स्वाद और उसकी बनावट को महसूस करने की कोशिश करते हैं, जबकि वह भोजन आपके सामने नहीं है।
लाभ: इस अभ्यास से मस्तिष्क के विभिन्न हिस्से सक्रिय होते हैं और इससे आपके ध्यान, स्मृति, और कल्पनाशक्ति में सुधार आता है। यह मस्तिष्क की रचनात्मकता को बढ़ावा देता है और मानसिक स्पष्टता को भी बढ़ाता है।
कैसे करें: किसी वस्तु की कल्पना करें, चाहे वह भोजन हो या कोई अन्य चीज़। उसकी गंध, स्वाद, बनावट, और ध्वनि को महसूस करने की कोशिश करें। रोज़ाना 10-15 मिनट तक इसका अभ्यास करें।
6. मास्टरिंग दोनों हाथों से लिखना (Ambidextrous Writing Exercise)
यह अभ्यास मस्तिष्क के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसमें आपको दोनों हाथों का उपयोग करके लिखने का प्रयास करना होता है। आमतौर पर हम एक ही हाथ से लिखते हैं, लेकिन यह अभ्यास दोनों हाथों से लिखने की कला को विकसित करता है।
लाभ: इससे मस्तिष्क के दोनों हिस्सों में बेहतर संतुलन बनता है और आपकी मानसिक लचीलापन बढ़ता है। यह मस्तिष्क को तेज़ी से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है और उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
कैसे करें: रोज़ाना 5-10 मिनट तक अपने दूसरे (कमज़ोर) हाथ से लिखने का प्रयास करें। शुरुआत में यह कठिन लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे आपका नियंत्रण बेहतर हो जाएगा।
7. नयी भाषा सीखने की कसरत (Learning a New Language Exercise)
नई भाषा सीखने से मस्तिष्क के कई हिस्से सक्रिय हो जाते हैं। जब आप नई भाषा सीखते हैं, तो मस्तिष्क नई ध्वनियों, शब्दावली, और व्याकरणिक संरचनाओं को प्रोसेस करता है, जो मस्तिष्क के लिए एक बड़ी चुनौती होती है।
लाभ: नई भाषा सीखने से मस्तिष्क की लचीलापन और स्मरण शक्ति में सुधार होता है। यह मस्तिष्क की संज्ञानात्मक कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है और बुढ़ापे में मानसिक क्षमता को बरकरार रखने में मदद करता है।
कैसे करें: किसी भी नई भाषा का अध्ययन शुरू करें। रोजाना 10-15 मिनट तक नई भाषा के शब्दों को याद करें और उन्हें व्याकरण के साथ जोड़ने का प्रयास करें।
8. शारीरिक गतिविधि और दिमागी कसरत का संयोजन (Physical and Mental Exercise Combination)
शारीरिक और मानसिक गतिविधियों को एक साथ करना मस्तिष्क के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। उदाहरण के लिए, आप जॉगिंग करते समय किसी विषय पर विचार कर सकते हैं या गणित के सवाल हल कर सकते हैं।
लाभ: यह अभ्यास मस्तिष्क और शरीर दोनों के लिए फायदेमंद होता है। शारीरिक गतिविधि से रक्त का संचार बढ़ता है, जिससे मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन मिलती है और मानसिक कसरत मस्तिष्क को तेज़ बनाए रखती है।
कैसे करें: अपने शारीरिक व्यायाम के साथ-साथ मस्तिष्क को भी चुनौती देने वाले कार्यों को करें, जैसे पहेलियां हल करना या शतरंज खेलना। यह मस्तिष्क को सक्रिय और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेगा।
निष्कर्ष:
न्यूरोबिक्स कसरतें मस्तिष्क को सक्रिय, स्वस्थ और ताजगी से भरा रखने में सहायक होती हैं। इन 8 कसरतों का नियमित अभ्यास मस्तिष्क की प्रोसेसिंग गति को तेज करता है, स्मरण शक्ति को बेहतर करता है, और मस्तिष्क के दोनों हिस्सों के बीच तालमेल को बढ़ाता है।
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Frequently Ask Questions
मस्तिष्क के हैण्ड Gesture excercise में एक हाथ से “ओके” साइन और दूसरे हाथ से “विक्ट्री” साइन बनाना होता है।
दोनों हाथो से लिखने का अभ्यास करने से मस्तिष्क के दोनों हिस्सों में बेहतर संतुलन बनता है और आपकी मानसिक लचीलापन बढ़ता है। यह मस्तिष्क को तेज़ी से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है और उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है।